काक भुशुंडि का अर्थ
[ kaak bhushunedi ]
काक भुशुंडि उदाहरण वाक्य
परिभाषा
संज्ञा- रामायण में वर्णित वह काक पक्षी जो पूर्वजन्म में एक राम-भक्त ब्राह्मण थे और लोमश ऋषि के शाप से कौआ हो गए थे:"गरुड़ के घमंड को दूर करने के लिए काकभुशुंडि ने उन्हें राम कथा सुनाई"
पर्याय: काकभुशुंडि, कागभुशुंडि, काग भुशुंडि, कागभुसुंडी, काकभुसुंड, काकभुशंडी, काकभुशुंडी, भुशुंडी, भुशुण्डी
उदाहरण वाक्य
अधिक: आगे- काक भुशुंडि के साथ भी यह हुआ।
- इसमें श्री काक भुशुंडि जी सम्पूर्ण रामायण को अति संक्षिप्त में कहते हैं।
- तुलसीदास जी द्वारा रचित श्री रामचरितमानस के उत्तर कांड में गरुड़ काक भुशुंडि संवाद है।
- गूगल पर की गई खोज से लगता है कि ' काक भुशुंडि रामायण' नामकी संस्कृत पुस्तक है जो १२वीं शताब्दी में लिखी गई।
- गूगल पर की गई खोज से लगता है कि ' काक भुशुंडि रामायण' नामकी संस्कृत पुस्तक है जो १२वीं शताब्दी में लिखी गई।
- काक भुशुंडि जी के यह कहने अर्थ तो है ही - निज अनुभव अब कहउं खगेसा , बिनु हरि भजन न जाहिं कलेसा।